Soil Sanitation
मिट्टी की स्वच्छ्ता
मिट्टी का परिचय
Introduction of Soil
- मिट्टी क्या है ? What is Soil ?
- मिट्टी का निर्माण कैसे होता है ? How is Formation of Soil ?
- मिट्टी की संरचना कैसे होती है ? How is The Structure of Soil?
मिट्टी हमारा सबसे बहुमूल्य संसाधन है। पानी, हवा व वातावरण के साथ-साथ मिट्टी हमारे मूलभूत आधार प्रणाली की नींव का एक घटक है। साथ ही यह पर्यावरण के सारे घटकों के बीच की एक आवश्यक कड़ी है। प्रकृति ने हमें अनेक प्रकार को मिट्टी प्रदान की है। एक क्षेत्र की मिट्टी दूसरे क्षेत्र की मिट्टी से भिन्न हो सकती है। प्रत्येक तरह की मिट्टी का अपना अलग-अलग महत्व है। पर्यावरण की सुरक्षा व मानव अस्तित्व के लिए मिट्टी अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतः यह आवश्यक है कि हम मिट्टी को समझें व उसे प्रदूषित होने से बचाएं, जिससे धरती पर जीवन का अस्तित्व सुरक्षित रह सके।

- मिट्टी क्या है ?
What is Soil ? - मिट्टी का निर्माण कैसे होता है ?
How is Formation of Soil ? - जलवायु (Climate):-
- जैविक घटक (Biotic Component):-
- समयावधि (Time Duration):-
- मिट्टी की संरचना कैसे होती है ? How is The Structure of Soil?
- मिट्टी में अकार्बनिक पदार्थ होते हैं, जो कि चट्टानों पर हवा, पानी, तापमान व अन्य स्रोतों द्वारा लाए जाते हैं।
- मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ होते हैं, जो कि मृत पौधों व प्राणियों के सड़ने से पैदा होते हैं।
- मिट्टी मर अनेक प्रकार के जीवाणु, कवक, शैवाल, प्रोटोजोआ आदि भी होते हैं।
- मिट्टी के कणों के बीच हवा व पानी मौजूद रहता है। मिट्टी में अकार्बनिक पदार्थ अधिक पाए जाते हैं, जबकि कार्बनिक पदार्थकम पाए जाते हैं। मिट्टी हमें कई रूपों में प्राप्त होती है। कुछ क्षेत्रों की मिट्टी चिकनी व उपजाऊ होती है, जो कृषि योग्य होती है व जिसपर फसल उत्पादन किया जाता है, जिसे हम उपजाऊ मिट्टी कहते हैं।
मिट्टी शब्द की उत्पत्ति लैटिन के शब्द सोलम से हुई है। सोलम का अर्थ होता है ;- भूमि। मिट्टी पृथ्वी की सबसे ऊपरी सतह होती है, जो की कार्बनिक व अकार्बनिक तत्वों का मिश्रण है। मिट्टी में सूक्ष्मजीव पलते हैं, व पौधे बढ़ते हैं। इस प्रकार मिट्टी को निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है :- पृथ्वी के ऊपर मोटे, मध्यम,अकार्बनिक तत्वों का मिश्रण मृदा या मिट्टी कहलाती है।
मिट्टी का निर्माण एक प्राकृतिक क्रिया है। आज जिस रूप में हमें मिट्टी दिखाई देती है, उसके निर्माण में लाखों वर्ष लग जाते हैं। मिट्टी चट्टानों पर हुए भौतिक, रासायनिक व जैविक क्रियाओं का परिणाम है। प्राय: सभी प्रकार की मिट्टियों की उत्पत्ति चट्टानों से हुए है। जब पानी, हिमनद, हवा, ज्वालमुखी या अन्य तरीके से चट्टानों के ऊपर कार्बनिक व अकार्बनिक पदार्थों की मोटी तह जम जाती है तो उसे मिट्टी कहा जाता है।
मिट्टी के निर्माण में योगदान देने वाले कारक निम्न है:-
किसी स्थान का तापमान, जल तथा अन्य पर्यावरणीय शक्तियां चट्टानों को तोड़ती है व मिट्टी के निर्माण में सहायता करती हैं।
सूक्ष्म जीवाणु, मृत पौधों व प्राणियों को सड़ा कर कार्बनिक पदार्थ में बदल देते है व मिट्टी के निर्माण में सहायता करते हैं।
मिट्टी का निर्माण एक धीमी व निरंतर चलने वाली प्राकृतिक प्रक्रिया है। एक इंच मिट्टी के निर्माण में हजारों वर्ष लग जाते हैं।
विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक शक्तियों व परम्पराओं के परिणामस्वरूप मिट्टी का निर्माण होता है।
एक जगह की मिट्टी दूसरी जगह की मिट्टी से भिन्न होती है। किन्तु कुछ तत्व मिट्टी में सामान्य रूप से पाए जाते है :-