Soil Sanitation
मिट्टी की स्वच्छ्ता
मिट्टी व स्वास्थ्य
Soil and Health
मिट्टी और मानव स्वास्थ्य का गहरा संबंध है। सेहत की शुरुआत मिट्टी से होती है व मिट्टी का स्वास्थ्य स्वच्छता पर निर्भर करता है। मानव का स्वास्थ्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है तथा खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता मिट्टी पर निर्भर करती है। स्वास्थ्य व सुरक्षित मिट्टी में उगाए खाद्य पदार्थ मानव को स्वस्थ रखते हैं जबकि दूषित व असुरक्षित मिट्टी में उत्पन्न खाद्य पदार्थ मानव व पशुओं को रोग ग्रस्त कर सकते हैं।
मिट्टी के मिट्टी के जीवाणुओं और कीटाणुओं भी मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। मिट्टी की नमी मानव को श्वास संबंधी रोगों से ग्रसित कर सकती है वही मिट्टी का सूखापन मानव को ऑक्सीजन की कमी व त्वचा संबंधी रोगों से ग्रसित कर सकता है। मिट्टी में मल पदार्थों व जैविक पदार्थों की दुर्गंध मानव को एलर्जी डायरिया हैजा आदि रोगों से ग्रसित कर सकती है। मिट्टी में किटनाशकों व रासायनिक खादों का उपयोग मानव के आंतरिक अंगों को क्षतिग्रस्त कर मानव को गंभीर रोगों से ग्रसित दूषित व स्वच्छ मिट्टी के संपर्क में आने से मानव कई संक्रामक रोगों से रोग ग्रस्त हो सकता है।

Soil and Health
Soil Bacteria and Parasite मिट्टी जीवाणु व परजीवी read more
अतः मानव व पशु स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि मिट्टी को स्वच्छ व सुरक्षित किया जाए प्रधानमंत्री मोदी ने मिट्टी के महत्व को समझते हुए राजस्थान के सूरतगढ़ जिले में 'मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना' का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री के अनुसार देश में गरीबी मिटाने के लिए कृषि महत्वपूर्ण है वह कृषि को बढ़ाने के लिए मिट्टी की सेहत पर ध्यान देना जरूरी है। जिससे उत्पादकता बड़े व संवृद्धि लाई जा सके। मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का उद्देश्य देश की मिट्टी को प्रदूषित होने से रोकना है। अगले 3 वर्षों में 14 करोड मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जाएंगे जिससे अधिक से अधिक लोगों को मृदा सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा सकेगा।
- पोषण:
- माइक्रोबायोम:
- मिट्टी का अंतरंग उद्भव:
- बागवानी और मानसिक स्वास्थ्य:
मिट्टी और स्वास्थ्य एक गहरा संबंध रखते हैं। मिट्टी हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक तत्व और पोषक द्रव्य होते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
मिट्टी विभिन्न पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जिनमें मिनरल्स और विटामिन्स शामिल होते हैं। जब हम उत्पादन करते हैं, जैसे कि अनाज, फल और सब्जियां, तो ये पोषक तत्व भी मिट्टी से प्राप्त होते हैं। हमारे शरीर के लिए ये पोषक तत्व आवश्यक होते हैं ताकि हमारी सेहत और विकास स्थिर रह सके।
मिट्टी एक प्राकृतिक माइक्रोबायोम होती है, जिसमें विभिन्न प्रकार के जीवाणु और माइक्रोऑर्गेनिज्म मौजूद होते हैं। ये जीवाणु हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वे हमारी पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखने में मदद करते हैं और अच्छे आंतरिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करते हैं।
मिट्टी का संपर्क हमारे शरीर के लिए आंतरिक शांति और स्वास्थ्यवर्धक लाभ प्रदान कर सकता है। कई धार्मिक और आयुर्वेदिक अभ्यासों में मिट्टी का सीधा संपर्क शांति, ताजगी, ताकत, और तात्कालिक तनाव निवारण को बढ़ावा देता है। इसे 'मृत्तिका तपस्या' भी कहा जाता है, जो शरीर, मन, और आत्मा के लिए शुद्धिकरण और ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है।
मिट्टी के संपर्क में आना बागवानी और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। मिट्टी में पाये जाने वाले गैर-पारंपरिक जीवाणु और अवशेष वातावरण में प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है। बागवानी और पौधों के संपर्क में रहना शांति, स्थिरता, और संतोष का एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है।
सम्पूर्ण रूप से कहें तो, मिट्टी हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। हमें इसकी देखभाल करनी चाहिए, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करना चाहिए और स्वच्छ और प्राकृतिक वातावरण की रक्षा करनी चाहिए ताकि हम स्वस्थ रह सकें।