Food and Nutrition
भोजन और पोषण
Food Science
भोजन विज्ञान
भोजन विज्ञान भोजन को भौतिक, जैविक व रासायनिक रूप से संतुलित बनाने का अध्ययन है।
भोजन विज्ञान केवल इस बात का अध्ययन नहीं करता कि भोजन में क्या-क्या सम्मिलित होना चाहिए ?
बल्कि भोजन को पकाने, पैक करने व वितरण अर्थातृ कितनी मात्रा में भोजन तत्वों को शामिल किया जाए, इस बात का भी अध्ययन करता है।

भोजन विज्ञान के अनुसार:-
भोजन का पोषण केवल इस बात पर निर्भर नहीं करता की भोजन में क्या-क्या सम्मिलित किया गया है ?
बल्कि इस बात पर निर्भर करता है कि भोजन को पकाने की विधि क्या है। गलत व अस्वच्छ तरीके से पकाया भोजन हमारे शरीर को हानि पहुंचाता है।
जैसे :- यदि फलों को काटकर कर धोया जाये तो उसके आवश्यक रासायनिक तत्व नष्ट हो जाएंगे और वह फल फायदा करने के बजाए मानव शरीर को नुकसान पहुंचाएगा इसी प्रकार यदि चावलों को पकाकर उसके माढ़ को निकाल कर फेंक देना चावल पकाने का गलत तरीका है। इस तरिके से पकाये चावल मानव शरीर को हानि पहुंचाते है। इसी प्रकार अधिक चटपटा व तैलीय भोजन भी मानव शरीर के लिए हानिप्रद है।

भोजन विज्ञान के अनुसार:-
भोजन की गुणवत्ता उसके रखने के तरीके पर भी निर्भर करती है। असुरक्षित व गलत तरीके से भोजन को पैक करने से अच्छे से अच्छे भोजन के पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते है और भोजन हानिकारक हो जाता है। जैसे यदि एकदम गर्म भोजन को डिब्बे में बंद करके रख दिया जाये तो उस भोजन के दूषित होने की पूरी-पूरी संभावना रहती है। इस तरीके में भोजन का स्वाद तो खराब होगा ही दूसरे उसमें उत्त्पन्न भाप से अनेक बेक्टेरिया पनपेंगे व भोजन को दूषित करेंगे।
इसी प्रकार प्लास्टिक में पैक भोजन हमारे शरीर को बीमार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्लास्टिक भोजन के रासायनिक तत्वों से क्रिया कर ऐसे विषैले पदार्थ उत्तपन्न करती करती है जो शरीर के विभिन्न अंगो को क्षतिग्रस्त करने में मुख्य भूमिका निभाते है। इसी प्रकार अनिर्मित खाद्य ( जैसे दाल-चावल, गेहूं, चना ) को अगर सही तरीके से सुरक्षित पैक ना किया जाए, तो उसमें कीटाणु उत्तपन्न हो जाएगें व भोजन को दूषित करेंगे। लम्बे समय तक उपयोग में आने वाले खाद्य पदार्थ जैसे :- अचार, जैम,जैली,सॉस आदि को भी सुरक्षित तरीके से रखना अनिवार्य है इन वस्तुओं को असुरक्षित तरीके से रखने से उनमें फफूंद पड़ जाती है, जो इन खाद्य पदार्थों को दूषित कर सकती है।
- भोजन को स्वच्छ डिब्बे में पैक करना चाहिए।
- भोजन को हल्का ठंडा करके रखना चाहिए।
- भोजन पैक करने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए ! कभी भी अख़बार,कागज या सिल्वर फॉयल इस्तेमाल नहीं करने चाहिए।
- भोजन पैक करने के लिए प्लास्टिक, सिल्वर व लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- अनिर्मित खाद्य पदर्थो को अच्छी तरह सुखाकर वायु बन्द (Air Tight)डिब्बों में बंद करके रखना चाहिए।
- अचार, जैम, जैली जैसे पदार्थों को हमेशा कांच के जारों में रखना चाहिए।
भोजन को पैक करते समय ध्यान रखने योग्य बातें :-
भोजन विज्ञान के अनुसार अलग-अलग उम्र के लिए अलग-अलग भोजन की मात्रा निर्धारित की गई है। अत: व्यक्ति को अपनी उम्रनुसार ही भोजन करना चाहिए, जिससे उसे भोजन से पोषण मिले, बीमारी नहीं। पोषक तत्वों की कमी व्यक्ति को कुपोषण का शिकार बनाती है। वहीं आवश्यकता से अधिक पोषक तत्व व्यक्ति को मोटापा, ह्रदय रोग व डायबिटीज से ग्रसित कर देते है। अत: भोजन को उम्रनुसार संतुलित करके ही ग्रहण करना चाहिए।