Food and Nutrition
भोजन और पोषण
Introduction of Food
भोजन का परिचय
हम सभी जानते है कि भोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। बिना भोजन के कोई भी प्राणी (Organism) जीवित नहीं रह सकता ! हमारे शरीर की वृद्धि,विकास तथा विभिन्न अंगो का रखरखाव हमारे ग्रहण किये गए भोजन पदार्थो पर निर्भर करता है।

- भोजन के द्वारा शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है,जिसके द्वारा प्राणी व जीव-जंतु कार्य करने के योग्य बनता है।
- भोजन के द्वारा शरीर में नई कोशिकाओं (Cells) व ऊतकों (Tissues) का निर्माण होता है।
- भोजन विभिन्न क्रियाओं (जैसे :- अवशोषण व व्यर्थ पदार्थो को बाहर निकलने) को संपंन कराने में सहायक है।
- भोजन शरीर को विभिन्न रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
भोजन शरीर की विभिन्न क्रियाएं करने के लिए आवश्यक है जैसे :-
- हमारा भोजन कैसा होना चाहिए ?
- भोजन में सम्मिलित तत्व कौन से है ?
- कितनी मात्रा में भोजन करना चाहिए ?
चूंकि भोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकता है, इसलिए प्रत्येक प्राणी द्वारा भोजन किया जाता है | किन्तु यहां कई प्र्शन है, जैसे :-
लेवोजियर (Lavoisier) नाम के वैज्ञानिक जिन्हें पोषण विज्ञान का जनक कहा जाता है, के अनुसार :- मानव को ऐसा भोजन ग्रहण करना चाहिए, जो मानव को पोषण प्रदान करे अर्थातृ भोजन विभिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्वों, खनिजों,कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, वसा इत्यादि से मिलकर बना होना चाहिए।
- भोजन पदार्थों की रासायनिक बनावट ऐसी हो कि भोजन के पोषक तत्व पाचन प्रक्रिया द्वारा रक्त में मिलकर शरीर की वृद्धि और विकास करें।
- शरीर की रसग्रन्थियां भोजन के पौष्टिक तत्वों का विखंडन करके उसके सूक्ष्म कणों को रक्त की कोशिकाओं में अवशोषित कर सकें।
- भोजन के पौष्टिक तत्व शरीर की कोशिकाओं व ऊतकों के निर्माण व टूट-फूट की मरम्मत करने में समर्थ हो।
पौष्टिक या संतुलित आहार मानव शरीर को रोगों से मुक्त रखने व हानिकारक तत्वों से दूर रखने में सहायक है। पोषण वैज्ञानिकों के अनुसार -भोजन में निमन विशेषताओं का होना आवश्यक है :-
इस प्रकार पोषण वह विज्ञानं है जो बताता है कि भोजन में ऐसे कौन से पौष्टिक तत्व जोड़े जाएं या सम्मिलित किए जायें, जो शरीर की वृद्धि, विकास, प्रजनन व स्वास्थ्य में सहायता प्रदान कर सकें।