Food and Nutrition
भोजन और पोषण
पोषक तत्व
Nutrients
- प्रोटीन (Proteins)
- कार्बोहाइड्रेड (Carbohydrates)
- वसा (Fats)
- खनिज पदार्थ (Minerals)
- विटामिन (Vitamins)
- पानी (Water)
- फाइबर (Fiber)
मानव भोजन मुख्यतः 7 पोषक तत्वों से बना होता है:-

प्रत्येक तत्व मानव शरीर में विशेष कार्य के लिए आवश्यक है | लेकिन इनमें से कुछ तत्वों की मानव शरीर को अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है और कुछ तत्वों की कम मात्रा में |
- अधिक आवश्यक तत्व (Macro Nutrients):- शरीर को जिन पौष्टिक तत्वों की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है, उन्हें अधिक आवश्यक तत्व (Macro-Nutrients) कहलाते हैं | जैसे:- प्रोटीन, वसा व कार्बोहाइड्रेट |
- न्यून आवश्यक तत्व (Micro Nutrients):- शरीर को जिन पौष्टिक तत्वों की कम मात्रा में आवश्यकता होती है, वे तत्व न्यून आवश्यक तत्व (Micro-Nutrients) कहलाते हैं | जैसे:- विटामिन, खनिज पदार्थ (Mineral) |
आवश्यकता के आधार पर पोषक तत्वों को दो भागों में बांटा जा सकता है:-
प्रत्येक व्यक्ति को हमेशा संतुलित भोजन ग्रहण करना चाहिए | संतुलित भोजन अर्थात ऐसा भोजन जिसमें विटामिन,प्रोटीन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट तथा वसा संतुलित मात्रा में हो व जिसमें कैलोरी निर्धारित मात्रा में हो (कैलोरी की निर्धारित मात्रा शहरी क्षेत्र में 2100 प्रति व्यक्ति तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 प्रति व्यक्ति) तथा वह आनुपातिक रुप से खाया जाए अर्थार्त ना तो आवश्यकता से अधिक खाया जाए जिससे व्यक्ति मोटापा या अन्य रोगों से ग्रसित हो और ना ही आवश्यकता से कम खाया जाए जिससे व्यक्ति कुपोषण का शिकार हो जाए |
असंतुलित भोजन मोटापे को जन्म देता है | वर्तमान में संयुक्त राज्य (United States) में मोटापा एक महामारी की तरह फैल रहा है | संयुक्त राज्य के करीब 33.8 प्रतिशत युवा तथा 17.8 प्रतिशत बच्चे मोटापे से ग्रसित है | असंतुलित आहार ना केवल मोटापा, बल्कि डायबिटीज, कुपोषण,ह्रदय रोग, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन आदि घातक रोगों को भी जन्म देता है |
असंतुलित आहार के कारण युवाओं में हाइपरटेंशन व मधुमेह रोग बढ़ रहे हैं | युवाओ के अनियमित खान-पान ने उनके स्वास्थ्य को बिगाड़ कर रख दिया है | अतः बच्चों में आरभ से ही अच्छे खान-पान की आदत विकसित की जानी चाहिए, जिससे युवास्था में उनका स्वास्थ्य न बिगड़ पाए |
भोजन की पोषकता इस बात पर भी निर्भर करती है कि भोजन कब और कितनी बार खाया जाता है | भोजन खाने का समय प्राय: सुबह, दोपहर और सांयकाल निश्चित किया गया है | यदि व्यक्ति इन तीनों समयों के अलावा भी दिनभर कुछ खता रहता है तो उसको मोटापे से ग्रसित होना पड़ सकता है | देर रात्रि में किया गया भोजन व्यक्ति को अपाच्य की समस्या से ग्रसित कर सकता है | अतः व्यक्ति का सही समय पर सही मात्रा में भोजन करना आवश्यक है |
संतुलित भोजन प्राप्त करना कोई कठिन कार्य नहीं है | व्यक्ति अपने भोजन में हरी सब्जी, फल, दही, दूध, चावल, अनाज, दाल आदि को सम्मिलित कर संतुलित भोजन प्राप्त कर सकता है | भोजन व स्वास्थ्य में हरा संबंध है | संतुलित भोजन अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है | अतः प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए उचित मात्रा में सही समय पर पोषणयुक्त भोजन अवश्य ग्रहण करना चाहिए |