Behavioural Skills
व्यवहार कौशल
सामाजिक पहल, संबंध तथा नेटवर्क बढ़ाना
Increase Social Initiatives, Relationship and Network
पहला तथा रचनात्मकता (Creativity) दुनिया को आगे बढ़ाती है। ये विभिन्न उद्योगों में नवीन विचारों को बढ़ावा देते हैं तथा निरंतर विकास में योगदान देते हैं। उद्योगों में ऐसे ऊर्जावान पेशेवरों की मांग है जो बहुत इनोवेटिव है। व्यक्ति की मन:स्थिति, उनके आस-पास की दुनिया के साथ संबंध इत्यादि सामाजिक पहल के अंतर्गत आती है। व्यक्ति एक सामाजिक प्राणी (Social Animal) है। फ्लैक्सिबल तथा वर्चुअल वर्किंग में कर्मचारियों को आइसोलेट या अंडरवैल्यूड महसूस कराने की क्षमता को अनदेखा करना आसान होता है। प्रत्येक नियोक्ता को अपने कर्मचारियों की सामाजिक भलाई के बारे में ध्यान से सोचना तथा जहां तक संभव हो वहां सुधार करने के अवसरों की तलाश करने की आवश्यकता है।

सामाजिक पहल, संबंध तथा नेटवर्क बढ़ाना
Professionalism at The Institute and Workplace and Ways to Develop and Practice Professionalism संस्थान तथा कार्यस्थल पर व्यावसायिकताऔर व्यावसायिकता को विकसित करने तथा अभ्यास करने के तरिके read more
- कभी भी स्थिर मत रहो (Never Stand Still):-
- आपसे जो उम्मीद है उससे अधिक कार्य करें (Do Work More Than What is Expect From You:-
- कर्मचारी की तरह न सोचकर टीम के सदस्य के रूप में सोचें (Think as a Team Member and not Just an Employee):-
- अपने विचारों को साँझा करें तथा आत्मविश्वास के साथ बोलें (Share Your Ideas and Speak With Confidence):-
- प्रत्येक अवसर पर विचार करें (Consider Every Opportunity):-
- हमेशा तैयार रहें (Always Be Prepared):-
- सेल्फ-प्रमोटर बनें (Be a Self Promoter):-
- संबंध तथा नेटवर्क बनाएं (Build the Relationship and Network):-
कार्यस्थल पर कार्य करने का तरीका हमेशा लगभग समान ही होता है जिससे परिणाम भी लगभग हमेशा समान ही रहता है। परन्तु आपको कार्यस्थल पर एक ही स्थान पर बने रहने के लिए तेज तथा दक्षतापूर्ण कार्य करने की जरूरत रहती है। अतः व्यक्ति को रचनात्मक होना चाहिए। आपको लगातार नए समाधान तथा अधिक प्रभावी दृष्टिकोण की खोज करनी चाहिए।
देलीगेटेड कार्यों को पूरी तरह से लागू करने की क्षमता काम पर प्रभावी (Effective) होने के लिए एक महत्वपूर्ण गुण है लेकिन यह आपको स्टैण्ड आउट (Stand Out) होने का अवसर नहीं देता है। संगठन में ऐसे बहुत सरे लोग होते हैं जो इसमें सफल होते हैं। हर समय कुछ अतिरिक्त करने की कोशिश करें।
यदि आपने कार्यस्थल पर पहल (Initiative) करने का निश्चय किया है तो एक टीम के सदस्य के रूप में अपने बारे में सोचें। इसका अर्थ यह है कि संगठन की सफलता, आपकी भी उपलब्धि है। कॉर्पोरेट समृद्धि आपकी व्यक्तिगत समृद्धि भी बढ़ाती है।
यदि आपके पास एक शानदार विचार (Brilliant Idea) है तो आगे बढ़कर इसके बारे में आत्मविश्वास से बोलें। यदि आपके पास बहुत से विचार हैं लेकिन आप इसके बारे में किसी को बता नहीं रहे हैं तो ये विचार किसी काम के नहीं है। कार्यस्थल पर ताजा पावरफुल कांसेप्ट की हमेशा आवश्यकता होती है। यदि आपके सुझाव व्यापक शोध तथा पर्याप्त तथ्यों पर आधारित हैं तो आप संगठन को इन विचारों से अधिक लाभ पहुंचा सकते हैं।
अवसर हर जगह छिपे होते हैं तथा जो लोग उन्हें देखते हैं वे समृद्ध होते हैं। अपने आप से लगातार पूछने की आदत बनाएं "कि मैं इस स्थिति से कौन से अवसर बाहर निकाल सकता हूं।" यदि आवश्यक हो तो इस सवाल पर बार-बार सोचें। धीरे-धीरे आपको जवाब मिल जाएगा। आपको अपनी विशिष्ट व्यावसायिक क्षमताओं को दिखाने का मौका मिल सकता है। आप एक परिप्रेक्ष्य परियोजना लेने की सम्भावना खोज सकते हैं जो नए करियर होरिजन (Horizon) खोलती है।
नए कौशल सीखकर अपनी क्षमताओं को समय के साथ बढ़ाएं। अपने आपको चुनौती देकर सीखते तथा आगे बढ़ते रहें। यह आपको आने वाले प्रोजेक्ट तथा वर्तमान प्रोजेक्ट में अधिक पहल (Initiative) दिखाने के लिए ज्ञान तथा आत्मविश्वास प्रदान करता है।
यदि आप किसी चीज पर ढृढ़ता से विश्वास करते हैं तो आपको प्राप्त होने वाली हर आलोचना को स्वीकार नहीं करना चाहिए। कई उद्यमियों के विचारों को शुरुआत में विफल माना गया था लेकिन वे अपने विचार पर कायम रहें तथा आज एक सफल उद्यमी बन गए। यदि आपके पास अपनी अंतदृष्टि की सफलता को प्रमाणित करने के लिए आधार है तो इसके महत्व को दूसरों को समझाने के लिए पूरी कोशिश करें।
किसी भी व्यक्ति या पेशेवर प्रयास की सफलता के लिए रिलेशनशिप जिम्मेदार होती है। सर्वाधिक उत्पादक रिश्ते हमेशा सकारात्मक होते हैं। यदि कोई लोकप्रिय होना चाहता है तो उसे अपने अपने सदस्यों के बीच मजबूत तथा ठोस बंधन बनाना होगा। कार्यस्थल एक सामाजिक सिस्टम है। यह एक सिस्टम तथा लोगों के मध्य का नेटवर्क है। अन्य सिस्टमों की भांति कार्यस्थल पर डिपेन्डेन्ट तथा इंटरडिपेंडेंट रिलेशनशिप होते हैं। यदि कार्यस्थल एक सामाजिक सिस्टम है तो कार्यस्थल पर इस सामाजिक प्रणाली से आने वाले परिणाम बहुत ही स्वभाविक लगते है।
यदि कोई उद्यमी व्यवसाय में सफल होना चाहता है तो उसे आपूर्तिकर्ता, ठेकेदार, ग्राहक, वितरक, दाझेदार तथा व्यवसाय से संबंधित प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष लोगों से अच्छे संबंध बनाने चाहिए। मनुष्य स्वभाविक रूप से सामाजिक प्राणी है। हम दोस्ती तथा सकारात्मक बातचीत की लालसा करते हैं इसलिए यदि हमारे रिलेशन अच्छे हैं तो हम सबसे अधिक खुश तथा अधिक उत्पादक है। विश्वास, टीमवर्क, कम्युनिकेशन तथा सम्मान, प्रभावी रिलेशनशिप की कुंजी है। अपने कार्य को अधिक सुखद तथा उत्पादक बनाने के लिए उन व्यक्तियों के साथ सकारात्मक संबंध विकसित करें जिसके साथ आप काम करते हैं। ये कनेक्शन आपके करियर में भविष्य संदर्भ या सम्पर्क के रूप में भी काम कर सकते हैं।
अकेले काम करने की बजाय समूह के रूप में कार्य करना अधिक बेहतर होता है। जब लोग एक-दूसरे के साथ प्रभावी ढंग से काम करते हैं तो वे अपनी भूमिकाओं में अधिक प्रेरित होते हैं तथा दूसरों के साथ मिलकर काम करने की अधिक संभावना होती हैं। नेटवर्किंग तथा रिलेशनशिप बनाने के लिए कई संगठन स्पॉट्स प्रतियोगिता भी करते हैं। जब हम अपने आस-पास के लोगों के साथ अच्छे संबंध रखते हैं तो हमारा काम अधिक सुखद होता है। इसके अलावा, लोगों को उन बदलाव के साथ पाने की अधिक संभावना होती है जो हम लागू करना चाहते हैं हमें सभी के साथ अच्छे वर्किंग रिलेशनशिप (Relationship) बनाने की कोशिश करनी चाहिए।