Communicable Diseases
संक्रामक रोग
कीड़ों द्वारा फैलने वाले रोग
(Diseases Transmitted Through Insects)
अनेक कीड़ें (Insects), जैसे:- मक्खी, मच्छर, बेड बग्स (Bed Buds), जुए (Lice) आदि भी संक्रामक रोगों के वाहक होते हैं। इनमें मौजूद वायरस बैक्टेरिया और परजीवी संक्रामक बीमारियों को फैलाने में सहायक होते हैं।

कीड़ों द्वारा फैलने वाले रोग
Diseases Transmitted Through Contact सम्पर्क द्वारा फैलने वाले रोग read more
- रोगवाहक (Vector)
- मच्छर (Mosquito)
- मक्खियां (Flies)
- जुएं (Lice)
- टिक्स (Ticks)
विभिन्न कीड़ों तथा उनसे होने वाली बीमारियों को निम्न बिंदुओं द्वारा समझा जा सकता है:-
रोगवाहक (Vector), किसी बीमारी का कारण नहीं है, यह केवल पैथोजन को आकर्षित कर संक्रमण को उनके द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाता है। जैसे:- मच्छरों द्वारा मलेरिया का फैलना।
मच्छरों की अनेक प्रजातियां होती है। जैसे:- एनाफिलीज, एडीज, क्यूलेक्स जो कि अलग-अलग समय व स्थान के अनुसार सक्रिय होती हैं और निश्चित संक्रामक बीमारियों की वाहक बनती हैं। जैसे:-मलेरिया (एनाफिलीज प्रजाति के मच्छर द्वारा), फाइलेरासिस (क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर द्वारा) तथा येलो फीवर, डेंगू (एडीज प्रजाति के मच्छर द्वारा) फैलाई जाने वाली बीमारियां हैं।
मक्खियां संक्रामक रोगों की वाहक होती है। मानव व पशुओं के अवशिष्ट पदार्थों पर ये मक्खियां बैठकर जब हमारे खाद्य पदार्थों पर बैठती हैं, तब ये लाखों जीवाणुओं को साथ लाकर हमारे भोजन पर छोड़ देती है, जो हमें संक्रमित कर बीमार बना सकती है। मक्खियां अनेक संक्रामक रोगों जैसे:- टाइफाइड, डायरिया, हैजा, तपेदिक आदि के लिए जिम्मेदार होती हैं। मक्खियों की अनेक प्रजातियां जैसे:- हाउसफ्लाई, सेत्से फ्लाई (Tsetse Fly) संक्रामक रोगों की वाहक होती हैं।
सिर के बालों में निवास करने वाली जुएं अनेक खतरनाक संक्रामक बीमारियों के वाहक होती हैं। इनके द्वारा ट्रेंच फीवर, वोरेलिओसिस, थाइपस जैसे जटिल संक्रामक रोग फैलाएं जाते हैं।
टिक्स की विभिन्न प्रजातियां होती हैं, जो किसी विशेष क्षेत्र से संबधित होती हैं तथा मुख्यत: घास मैदानों में पाई जाती है। टिक्स द्वारा काटने पर संक्रामण 12 से 24 घंटे बाद फैलता है। शीघ्र उपचार द्वारा इनसे प्रदत्त संक्रमण को कम किया जा सकता है। लाइम फीवर (Lyme Fever) क्यू फीवर (Q-Fever), टिक बोर्न बुखार (Tick-Borne Fever) आदि टिक्स द्वारा फैलने वाले संक्रामक रोग हैं।
अन्य रोगों द्वारा फैलने वाले रोग
(Diseases Transmitted Through Other Diseases)
संक्रामक रोगों के फैलने का कारण हवा, सम्पर्क, कीटाणु, पशु आदि ही नहीं हैं बल्कि कई संक्रामक रोगों का विस्तार उनसे संबंधित रोगों से होता हैं। ये संक्रामक रोग बहुत तेजी से संक्रामक फैलाते है तथा महामारी का कारण बनते है।

कीड़ों व अन्य रोगों द्वारा फैलने वाले रोग
Diseases Transmitted Through Air वायु द्वारा फैलने वाले रोग read more
- मलेरिया (Malaria)
- चिकनगुनिया (Chikungunya)
- येलो फीवर (Yellow Fever)
- डेंगू (Dengue)
- अन्य रोग (Other Diseases)
कुछ संक्रामक रोग जो संक्रामक फैलाते हैं, निम्न प्रकार है:-
मलेरिया के प्रोटोजोआ केवल मादा एनाफिलीज मच्छर में पाए जाते है। जब ये एक स्वस्थ्य व्यक्ति को काटते हैं तो मादा मच्छर के ये प्रोटोजोआ उस व्यक्ति में प्रवेश कर उसे संक्रमित कर देते है। लेकिन जब इस संक्रमित व्यक्ति को अन्य कोई मच्छर काटता है तो यही प्रोटोजोआ उस मच्छर में प्रवेश कर जाते हैं और ये अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर देते हैं। इस प्रकार धीरे-धीरे यह बीमारी महामारी का रूप ले लेती है।
ये वायरस बंदरों, मानवों व अन्य वरटिब्री में पाए जाते है। यह अल्फा (Alpha) वायरस द्वारा होने वाला रोग है। चिकनगुनिया मच्छर की एडीज प्रजाति द्वारा फैलाया जाने वाला रोग है। चिकनगुनिया से संक्रमित व्यक्ति अन्य कई व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। यह बहुत तीव्रता से फैलने वाली बीमारी है। चिकनगुनिया को फैलाने वाले एडीज प्रजाति के मच्छर अफ्रीका, साउथ ईस्ट एशिया, भारतीय उपमहाद्वीप आदि स्थानों पर पाए जाते हैं।
येलो फीवर वायरस संक्रामक रोग हैं, जो फ्लेवी वायरस के कारण होता है। फ्लेवी वायरस अधिकतर जंगली क्षेत्रों में रहने वाले बंदरों की विशेष प्रजाति में पाया जाता है। येलो फीवर भी बहुत तेजी से फैलने वाला संक्रामक रोग है।
डेंगू एक वायरस रोग है जो फ्लेवी वायरस के द्वारा होता है। डेंगू एडीज प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू के मच्छर साफ पानी में पाए जाते हैं, जो अधिकतर दिन में काटते हैं। डेंगू रोग साउथ ईस्ट एशिया,ऑस्ट्रेलिया, हिन्द महासागर, अमेरिका तथा सब-सहारा अफ्रीका में फैलने वाला रोग है। फ्रैंच क्षेत्र के भागों व उपक्षेत्रों में डेंगू रोग का संक्रमण काफी अधिक देखने को मिलता है। डेंगू रोग की पहचान मुश्किल है क्योंकि इसके लक्षण साधारण बीमारियों से मिलते-जुलते हैं। यह जानलेवा व बहुत तेजी से फैलने वाला रोग है।
फ्लू, येलो फीवर, वेस्टनील, फाइलेरिया आदि अनेक वायरस रोग, संक्रामक रोगों के वाहक होते हैं, जो बहुत तेजी से संक्रामक रोगों को फैलाते है।
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